द बाबूस न्यूज़

घोटाले में फंसे इन दो IAS को एसआईटी ने भेजा नोटिस, नेताओं को घोटाले कर पर्दे के पीछे से पहुंचाया भरपूर लाभ, जानिए क्या है पूरा मामला

शासन की ओर से दो आईएएस अधिकारियों के खिलाफ पूछताछ की अनुमति मिलने बाद एसआईटी ने दोनों अधिकारियों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है । सूत्रों के मुताबिक दोनों आईएएस अधिकारियों ने एसआईटी को फैक्स कर 18 अगस्त तक का समय मांगा है । एसआईटी ने आईएएस अधिकारियों से पूछताछ के लिए जगह तय करने की भी बात कही है । ऐसे में जहां अधिकारी चाहेंगे, वहां एसआईटी पूछताछ करेगी। माना जा रहा है कि एसआईटी 18 अगस्त के बाद देहरादून जाकर दोनों अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है। इस मामले में प्रदेश के कुछ नेताओं को पर्दे के पीछे से भरपूर लाभ पहुँचाया गया |
उत्तराखंड एनएच-74 फोरलेन प्रोजेक्ट में हुए मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआईटी तहसीलवार जांच लगभग पूरी कर चुकी है। अब एसआईटी का फोकस दो आईएएस अधिकारियों और एनएचएआई अधिकारियों पर है । बता दें कि पूर्व में डीएम रहे पंकज पांडेय और चंद्रेश यादव के आर्बिट्रेटर के रूप में 15 मामलों में निर्णयों को लेकर एसआईटी ने जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी थी। सूत्रों के मुताबिक, इसमें एक आईएएस अधिकारी के कार्यकाल के 12 तो दूसरे आईएएस अधिकारी के कार्यकाल में तीन मामले हैं। इनमें 12 मामले किच्छा तहसील के हैं, तो तीन मामले काशीपुर तहसील के हैं।
सूत्रों के मुताबिक काशीपुर के तीन मामलों में एसएलएओ के विवादित अभिनिर्णय आदेश पर आर्बिटेशन से तीन गुना अधिक मुआवजा लिया गया था। एसआईटी की जांच में आए इन मामलों की विस्तृत रूप से पड़ताल हो चुकी है। एसआईटी इस संबंध में जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रेषित कर चुकी है। इसके बाद ही शासन की ओर से दोनों आईएएस अधिकारियों के खिलाफ अनुमति दी गई थी।  एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने बताया कि दो आईएएस अधिकारियों को पूछताछ के लिए नोटिस भेज दिया गया है।

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