द बाबूस न्यूज़

IAS का इस्तीफा नामंजूर, ट्विटर पर किया खुलासा – इससे मेरा और शोषण होगा…..खाने में लोहे की पिन तक परोसी गई

हरियाणा सरकार ने आईएएस रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस्तीफे को न केवल अस्वीकार किया, बल्कि रानी का आईएएस कैडर उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश में बदलने की सिफारिश भी केंद्र सरकार से की है। रानी नागर 4 मई को चंडीगढ़ में कर्फ्यू हटते ही आईएएस से इस्तीफा देकर उत्तर प्रदेश में अपने पैतृक निवास गाजियाबाद रवाना हो गई थीं। वहां वह 14 दिन के लिए एकांतवास में हैं।

रानी ने सोशल मीडिया के जरिये गुरुवार को बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि चंडीगढ़ के यूटी गेस्ट हाउस में उन्हें खाने में लोहे की पिन तक परोसी गई। रानी का इस्तीफा नामंजूर होने की जानकारी केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ट्वीट कर साझा की है। उन्होंने लिखा है कि आप सब से खुशी का समाचार साझा कर रहा हूं, हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नामंजूर कर दिया है।

रानी नागर ने नोएडा और गाजियाबाद के लोगों से अपील की है कि वे उनके इस्तीफे के लिए आग्रह और आंदोलन ना करें। रानी नागर ने कई सारे ट्वीट्स करके अपना पक्ष रखा है। उन्होंने यह भी कहा है, ‘इस्तीफा स्वाकीर ना होने से मेरा और अधिक शोषण होगा। आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं होगा। ज्यादा समय तक मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ और मेरा एनपीएस फंड मुझे ना मिला तो मेरे भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।’

इस्तीफा नामंजूर करने के लिए वह मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दिल की गहराइयों से आभार प्रकट करते हैं। रानी के साथ अन्याय नहीं होने दिया दिया जाएगा। न्याय दिलाने के लिए सरकार में शीर्ष स्तर पर बातचीत चल रही है। हरियाणा सरकार वैसे भी बेटियों का बेहद सम्मान करती है। आईएएस के साथ अन्याय नहीं होने देगी।

मालूम हो कि नागर ने पिछले साल चंडीगढ़ कोर्ट में हरियाणा सरकार के अधिकारी और कुछ चंडीगढ़ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, उन्होंने उस समय अपनी जान पर खतरे की भी आशंका जताई थी, इसी के साथ नागर ने साल 2018 में सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए हरियाणा के एडिश्नल चीफ सेक्रेटरी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया था |

Back to top button
close