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छत्तीसगढ़ के 40 लाख लोगों को 15 अगस्त 5 लाख रुपए तक फ्री में ईलाज की सुविधा!…वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए हेल्थ डायरेक्टर ने तैयारियों का लिया जायजा

आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त ईलाज कराने की सुविधा 15 अगस्त से प्रारंभ करने की तैयारी चल रही है । छत्तीसगढ़ के 40 लाख के आसपास परिवारों को प्रतिवर्ष यह सुविधा दी जाएगी ।

स्वास्थ्य संचालक रानू साहू ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से आवश्यक तैयारी करने के निर्दश दी हैं । सभी जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 5 लाख तक का फ्री ईलाज की सुविधा देने के लिये निजी अस्पतालों से आवेदन मंगाये गये थे, जिसमें रायपुर से 152 अस्पतालों ने अपने आवेदन प्राप्त हुए हैं । दुर्ग में 37, बिलासपुर में 74, रायगढ़ में 12, राजनांदगांव में 25, जांजगीर-चांपा में 18, कोरबा में 17, सरगुजा में 12 तथा धमतरी में 25 अस्पतालों के आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं । वहीं इन जिलों के कुल 130 निजी दंत चिकित्सालय ने भी इस योजना में अनुमति के लिये आवेदन किये हैं ।
स्वास्थ्य संचालक ने आवेदनों तथा नर्सिंग होम चिकित्सालय आदि का निरीक्षण करते हुए संपूर्ण रिपोर्ट 30 जुलाई, 2018 तक जमा कराने के निर्देश दिये हैं । 9 जिलों में चिकित्सालयों के द्वारा अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं । इन जिलों में ज्यादा फोकस कर निरीक्षण रिपोर्ट व जरूरी कागजात इकट्ठा करते हुए जानकारी संचालनालय भेजा जाये । भारत सरकार ने हेल्थ स्कीम आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को शामिल करते हुए योजना का लाभ दिया जायेगा । इसके लिये छत्तीसगढ़ में 2011 के सामाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना के अनुसार करीब 40 लाख परिवारों को योजना के हितग्राही बनाते हुए प्रति परिवार प्रतिवर्ष 5 लाख केशलेस मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा । जनगणना के अनुसार कचरा बीनने वाले, घरेलू कार्य करने वाले नौकर, फेरीवाले, मोची, ठेलावाले, निमार्णी श्रमिक, प्लम्बर, रेजा कुली, पेन्टर, वेल्डर, स्वीपर, सफाई कर्मी, माली, हथकरघा, हस्तशिल्प, दर्जी, ट्रांसपोर्ट वर्कर, ड्राईवर, कन्डक्टर, हेल्पर, रिक्शा खींचने वाले, दुकान में काम करने वाले नौकर, सहायक, चपरासी, वेटर, बिजली मेकेनिक, बिजली सुधार कार्य करने वाले, धोबी एवं चैकीदार वर्गों को शामिल किया गया है ।

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