देश - विदेश

नया रायपुर के सन्नाटा को चीरने की कोशिश….CM बघेल का का फरमान, अब नवा रायपुर में रहेंगे विधायक और मंत्री, फिर बसेगी आबादी

रमन सरकार के अधूरे सपने को भूपेश सरकार पूरा करने जा रही है | भूपेश सरकार नया रायपुर को गुलजार बनाने सरकार ने नवा रायपुर में खाली पड़े हाउसिंग बोर्ड के मकानों को जल्द भरने एक नया निर्देश जारी कर दिया है | सीएम भूपेश बघेल ने नवा रायपुर में पहले विधायक और मंत्रियों को बसाने का निर्देश जारी किया है, जिसेक बाद नया रायपुर में आमजन भी बसने लगेंगे |

राजधानी रायपुर शहर से 25 किलोमीटर दूर मंत्रालय बनाकर उसके बाद बीच की पूरी जगह को भरने की उम्मीद रमन सरकार का मुंगेरीलाल का हसीन सपना था । एक तो सरकार यह सोच रही थी कि नया रायपुर में योजना के तहत प्रतिबंधों से लाद दी गई हजारों एकड़ जमीन पर लोग बसेंगे, दूसरी तरफ उसने निजी जमीनों पर इस कदर प्रतिबंध लगाए थे कि कोई कुछ बना ही न सके । नतीजा यह हुआ कि न तो बीच का हिस्सा भर पाया, न नया रायपुर की खुद की सरकारी जमीन बिक पाई । निवाला इतना बड़ा ले लिया गया था कि न उसे खाते बना और न निगलते । नया रायपुर का ढांचा इतना बड़ा बना दिया गया कि उसका रखरखाव हाथी पालने जैसा हो गया है । अब भूपेश सरकार, और उसके एक तेज-तर्रार मंत्री मोहम्मद अकबर यह नहीं समझ पा रहे हैं कि देश के सबसे बड़े कब्रिस्तान बनने का खतरा झेल रहे नया रायपुर का क्या किया जाए?

सालों से नवा रायपुर में निर्माणाधीन हाउसिंग बोर्ड की मकानें खाली पड़ी है। नवा रायपुर में कुछ लोगों ने इनवेस्ट किया तो अधिकतर प्लाट और फ्लैट वहां खाली पड़े हैं। राजधानी से ज्यादा दूरी और सुनसान होने की वजह से लोग वहां रहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं । इसे देखते हुए प्रदेश के मुखिया ने इसका हल निकाला है और सबसे पहले विधायकों और मंत्रियों को वहां बसाने की सोच रहे हैं ।  विधायकों और मंत्रियों के बसने से लोगों की आवाजाही वहां ज्यादा होगी । फिर धीरे-धीरे लोग वहां बसेंगे ।

Back to top button
close