राजनीति

जोगी कांग्रेस के सुप्रीमों अजीत जोगी पहुंचे चुनाव आयोग, सौंपा 7 सूत्री मांग पत्र!….बोले – चुनाव के एक महीने पहले शराब दुकान बंद हो या आयोग की निगरानी में संचालित हो दुकानें

प्रदेश में इस साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज होने लगी है | चुनाव के मद्देनजर जोगी कांग्रेस के सुप्रीमों अजीत जोगी ने चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है, साथ ही उन्हें प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 7 सूत्री मांग पत्र सौंपा है ।

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू से कहा कि अजीत जोगी ने सात मांगों में सबसे ज्यादा शराब दुकान को लेकर फोकस्ड दिखाई दिए | अजीत जोगी ने पत्र में लिखा है कि शराब दुकानों को एक माह पूर्व या तो बंद कर दिया जाए या फिर चुनाव आयोग अपनी निगरानी में संचालित कराए । अजीत जोगी की तरफ से निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे अपने ज्ञापन में लिखा है –

– छत्तीसगढ़ में सरकार स्वयं शराब की ठेकेदारी कर रही है और दुकानें चला रही है। सत्ताधारी दल, इसका दुरूपयोग कर मतदाताओं को प्रभावित करेगा। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) यह मांग करती है कि चुनाव आयोग, छत्तीसगढ़ सरकार को मतदान के एक माह पूर्व प्रदेश की सभी शराब दुकानों को बंद करने निर्देशित करे अथवा प्रदेश की सारी शराब दुकानों को अपने अधीन लेकर संचालित करे एवं राज्य में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करे ।

– राज्य सरकार मतदाताओं को प्रलोभन देने के उद्देश्य से सरकारी ख़जाने से ₹ 2000 करोड़ खर्च करके 51 लाख मोबाइल स्मार्ट फ़ोन, ठीक चुनाव के पहले बाटने जा रही है। इस फ़ोन में ऐसे प्री-लोडेड साफ्टवेयर हैं जिससे मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रभावित भी करा जाएगा। अतः मोबाइल फ़ोन वितरण पर तत्काल रोक लगायी जाए।

– छत्तीसगढ़ की अधिकांश आबादी अभी कृषि कार्य में व्यस्त है, ऐसे में मतदाता सूची में नाम जोड़ने की अंतिम तिथि 31 जुलाई से 15 सितम्बर तक बढ़ाई जाए।

– एक ही स्थान पर, दो वर्षों का कार्यकाल पूरा कर चुके, प्रदेश अधिकारियों एवं चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने वाले समस्त शासकीय कर्मचारियों का ट्रांसफर किया जाए।

– बस्तर में मतदान, चुनाव आयोग के अन्य राज्यों से प्रतिनियुक्त केन्द्रीय पर्यवेक्षकों की देख रेख में हो न कि राज्य सेवा में पदस्थ अधिकारियों के निगरानी में।

– छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव कराया जाए। पहले चरण में बस्तर संभाग, दूसरे चरण में सरगुज़ा संभाग एवं तीसरे चरण में शेष छत्तीसगढ़।

– देश के विख्यात समाचार पत्रों एवं रिपोर्टों के अनुसार पिछले विधानसभा चुनावों में मतदान के दौरान, बस्तर क्षेत्र में जमकर धांधली की शिकायतें आयी थी । भय का वातावरण बनाकर वोटों को प्रभावित किया गया। नतीजा यह हुआ कि बस्तर की सत्य घटनाओं पर आधारित ‘न्यूटन’ जैसी फिल्मों ने पूरी दुनिया को बस्तर की अलोकतांत्रिक मतदान प्रक्रिया का सच दिखाया। 2018 चुनाव में बिना किसी भय और दबाव के बहुसंख्या में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करें, इस हेतु जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) यह मांग करती है कि चुनाव आयोग, बस्तर के सभी पोलिंग बूथ और समस्त अतिसंवेदनशील पोलिंग बूथों में मतदान के दौरान की वीडियो रिकाॅर्डिंग बनाये।

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