राजनीति

कोटा में कांग्रेस का “मेगा शो”!…सिंहदेव बोले – रमन सरकार ने पूरे प्रदेश के किसानों को दिया धोखा, किसानों की र्दुदशा का मजाक उड़ा रही ये सरकार : विजय,….सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले को कानून का भय दिखाकर डराने का प्रयास : शैलेश

जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा किसानों के साथ न्याय की मांग को लेकर चलाये जा रहे तहसील घेराव कार्यक्रम में आज कोटा विधानसभा में कांग्रेस का बड़ा कार्यक्रम देखने को मिला | कोटा के कार्यक्रम को लीड कर रहे नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने रमन सरकार के खलिएफ जमकर हल्ला बोलते हुए कहा कि कोटा के किसान ही नहीं बिलासपुर जिले के किसान ही नहीं पूरे प्रदेश में किसानों के साथ खुला छल व धोखा किया गया है भाजपा की रमन सरकार द्वारा । राज्य निर्माण के बाद किसानों की दशा और दिशा सुधारने के लिए इस प्रदेश में बहुत सी संभावनाएं थीं लेकिन 15 वर्षों से शासन कर रही भाजपा सरकार की इच्छा शक्ति नहीं थी किसानों के प्रति संवेदना नहीं थी । 15 वर्षों तक अनवरत शासन करने के बाद भी भाजपा सरकार द्वारा किसानों के लिए धरातल पर कोई ठोस कार्य नहीं किया जा सका इससे यह सिद्ध होता है कि इनके पास कोई ठोस योजन या विजन किसानों के लिए कभी थी ही नहीं । प्रदेश में खनिज से लेकर अन्य संपदाओं की लूट व कमीशनखोरी का खेल चल रहा है । जल, जंगल, जमीन सब की सौदेबाजी व कमीशन का खेल चल रहा है सेवा भावना की प्रतीक नर्सों को अमानवीय ढंग से जेलों में ठूसा जाता है। मितानिनों पर लाठियां बरसायी जा रही हैं, शिक्षक विद्यालय छोड़कर आंदोलनरत हैं और उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। संविदा कर्मियों के साथ खुली धोखाधड़ी की जा रही है।

नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने जिला कांग्रेस कमेटी के कोटा तहसील कार्यक्रम के लिए आयोजित किसान सभा के दौरान व्यक्त करते हुए कहा कि विलंब से आया हूं रायपुर से बिलासपुर आने में 4-5 घंटे लग गये यह रमन सिंह जी का विकास है । सिंहदेव ने कहा कि युवावस्था में पढ़ाई के बाद कृषि कार्यों में मैंने रूचि ली और पूरी तन्मयता से जूझ कर देखा किंतु 4-5 वर्षों में हतोत्साहित हो गया मुझे किसानों की हताशा और परेशानियां अच्छी तरह से विदित है । किसानों के उत्साह को जगाना होगा उसका सबसे अच्छा तरीका है कि उन्हें उनकी उपज की पूरी कीमत मिल सके किंतु भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकारों ने कभी इस दिशा में सार्थक कार्य नहीं किया अपने किये वायदों से ही भाजपा शासन मुकर जाती है। कांग्रेस पार्टी के इतने दबाव के बाद भी मुख्यमंत्री ने विधानसभा पटल पर समर्थन मूल्य पर खामोशी बनाए रखी पर 300 रू प्रति क्विंटल पंाच वर्षों का बोनस किसानों को देने का वायदा किया था। विधानसभा की गरिमा को मुख्यमंत्री ने कलंकित करते हुए 3 वर्षों का किसानों का बोनस खा गए।

समर्थन मूल्य के इतिहास की चर्चा करते हुए सिंहदेव ने कहा कि 1960-70 के दशक के भीषण अकाल के बाद इंदिरा जी ने हरित क्रांति लायी जिसमें उन्नत बीज व आधुनिक खेती के माध्यम से किसानों की उन्नत को बढ़ाने का कार्य किया गया वहीं उपज की कीमत न गिरे इसलिए समर्थन मूल्य का निर्धारण किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राहुल जी के कोटमी वायदे के अनुसार प्रदेश मंे कांग्रेस की सरकार आते ही दस दिनों में किसानों का कर्ज माफ किया जायेगा। केन्द्र सरकार के 200 रू. समर्थन मूल्य के इजाफे को अपर्याप्त बताते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा कि इससे केन्द्र सरकार पर मात्र 10 हजार करोड़ का बोझ आया हैं वहीं कर्नाटक की कांग्रेस साझा सरकार ने किसानों का कर्जा माफ कर 34 हजार करोड़ के बोझ को जनहित में उठाया है। फसल बीमा को कांग्रेस की सरकार बनतेह ही स्वैच्छिक बनाने का ऐलान करते हुए टी. एस. सिंहदेव ने कहा कि जबरन बीमा किसानों के साथ ज्यादती है। बीस हजार चार सौ करोड़ रू फसल बीमा के नाम पर कंपनियों द्वारा उगाही के बाद उसका 27 प्रतिशत के करीब पांच हजार पांच सौ करोड़ की राशि किसानों को देना किसान हित है या कंपनी हित।
फसल बीमा के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप भाजपा सरकार व बीमा कंपनियों पर लगाते हुए कहा जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि किसान भाजपा के कुशासन में आत्महत्या जैसा जघन्य कदम उठा रहा है और सरकार त्यौहार मनाकर किसानों की र्दुदशा का मजाक उड़ा रही है। किसानों को आसानी से खाद, बीज, कीटनाशक, पर्याप्त व सस्ती बिजली, सस्र्ता इंधन, सिंचाई के संसाधन, धान का एक एक दाना 2400 रू. प्रति क्विंटल में खरीदने के भाजपा सरकार के संकल्प पत्र के वायदे का कोई जबाब देने वाला नहीं है। प्रदेश में सरकार जैसी कोई चीज दिखाई ही नहीं देती बस्तर का आदिवासी सरकार के तानाशाही रवैय्ये के कारण भटक कर नक्सलवाद की राह चुन रहा है तो बिलासपुर और कोटा का नौजवान भाजपा के हर हाथ को रोजगार के वायदे को जुमला कहे जाने से ठगा महसूस कर रहा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष पांडेय ने अपने ओजस्वी संबोधन में कहा कि भाजपा की राज्य सरकार भय व शोषण की राजनीति कर रही है। सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले राजनीतिक दलों, किसान संगठनों, युवा संगठनों और अन्य सामाजिक संस्थानों को कानून का भय दिखाकर डराने का प्रयास किया जा रहा है। किसान विरोधी भाजपा सरकार ने कोटा क्षेत्र को अकालग्रस्त घोषित करने में भी दोहरी नीति अपनायी थी बाद में विरोध के कारण सूखा क्षेत्र घोषित करना पड़ा। मुआवजे और राहत के नाम पर भी रमन सरकार ने कोटा ही नहीं जिले के किसानों के साथ अत्यंत सौतेला व्यवहार किया है।

सभा के बाद कांग्रेसजनों ने हाथों में तख्तियां लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए जोरदार रैली निकाली। राज्य सरकार के खिलाफ कोटा मंे जनसैलाब की तरह निकली कांग्रेस की रैली व गगनभेदी नारों ने जमकर माहौल बनाया। कांग्रेस का झंडा लहराते हुए कांगे्रसजन व किसानों ने कोटा को कांग्रेसमय कर दिया, रैली का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेताओं ने बैलगाड़ी पर बैठकर गंाधी भवन से तहसील कार्यालय तक रैली निकालकर तहसील कार्यालय का घेराव किया। नेता प्रतिपक्ष टी. एस. सिंहदेव, जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी सहित कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने तहसीलदार को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन एवं किसानों द्वारा भरा गया क्लेम फाॅर्म तहसीलदार को सौंपते हुए जल्द समुचित पहल की मांग की।

जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री व प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान ने बताया कि विगत तीन चार वर्षों से अकाल की मार झेल रहे जिले के मस्तूरी तहसील को छोड़कर सभी तहसील कार्यालयों का घेराव कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है। जिसमें किसानों के लिए सूखा राहत व फसल बीमा की मांग की गयी हैं साथ ही किसानों की अन्य समस्याओं पर यथाशीघ्र समुचित पहल की मांग संबंधित अधिकारियों एवं राज्यपाल से की गयी है। मस्तूरी तहसील के घेराव कार्यक्रम प्रदेश व राष्टीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में जल्द आयोजित किया जायेगा।

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