हमर पहुना कार्य्रकम में पहुंचे विधायक शैलेश पांडेय….कभी क्रिकेटर तो कभी एक एक्टर बनना चाहते थे पांडेय….अपने जीवन की अनछुए पहलुओं को किया साझा, कहा- जीवन के हर दंगल में पत्नी ने दिया साथ, अमर को हराना था इसलिए राजनीति में आया

बिलासपुर प्रेस क्लब के हमर पहुना कार्यक्रम में पहुना बनकर पहुंचे नगर विधायक शैलेश पांडेय ने अपने जीवन से जुडी अनछुए पहुलओं को पत्रकरों के साथ साझा किया, छात्र जीवन से लेकर राजनितिक जीवन तक के सफर में आए मुश्किलों को बताते हुए विधायक पांडेय ने बिलासपुर शहर को जो एक बेहतर शहर बनाने के लिए उन्होंने सपना देखा है, उस सपने को भी बताया |

प्रेस क्लब के पहुना नगर विधायक शैलेश पांडेय ने अपने जीवन से जुडी खास लम्हों के बारे में बताते हुए विधायक पांडेय ने कहा कि बचपन कल्पना में कट गया क्रिकेट देखा तो क्रिकेटर फिल्म देखी तो भविष्य में अमिताभ बच्चन बनने की जुगत में लग गए बात 80 के दशक की है जब विधायक पाण्डेय की पढ़ाई चालू थी और तीनों बड़े भाई इंजीनियरिंग पूरा कर जॉब में आ चुके थे |

आगे विधायक ने बताया कि जब वे दसवीं के एक्जाम पास किये तो उनके माँ ने भगवान को धन्यवाद दिया, जिसके बाद 12वी और रविशंकर यूनिवर्सिटी से वर्ष 1992 में मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर बाहर निकले।

मीडिया को लेकर उन्होंने कहा कि मीडिया मेरे एक परिवार की तरह है, मै शुरू से ही निस्वार्थ पत्रकारों से दिली जुड़ाव रहा हूँ, लोग मीडिया से दूर भागते है, लेकिन मै हमेश उनके सुख दुःख में हमेशा शामिल रहता हूँ |

अपने परिवार के बारे में बताते हुए विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि उनके पिता रिटायर्ड शिक्षक है, माँ के साथ 3 बड़े भाई और 2 बहन है, और दो मेरी बेटी है | विधायक पांडेय ने बताया कि उनके पत्नी ने चुनावी दंगल के साथ ही जीवन के हर दंगल में साथ दिया | वे साल 2007 में बिलासपुर आए थे |

विधायक शैलेश पांडेय ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र कार्य करने का जूनून शुरू से ही था, जीवनयापन के लिए 2001 से 2004 तक शिक्षा के क्षेत्र में जॉब किया फिर आपाधापी के बीच कोटा के डॉ सी वी रामन यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार की जिम्मेदारी संभाली, इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में काम किया बस्तर के सुदूर इलाके से लेकर प्रदेश में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां लोग उन्हें नही जानते हो इस बीच शहर की हालात आमजन की परेशानी भी सामने आई |

राजनीति में कदम रखने के बारे में विधायक शैलेश पांडेय ने राजीनीति में आने का श्रेय खेलों की रुचि,आमजन के बीच लोकप्रियता और सामाजिक-सास्कृतिक कार्यक्रमों का हिस्सा लेना ये प्रमुख कारण थे, इसके बाद जन सेवा में आने का मूड बनाया और कांग्रेस पार्टी में आ गए विधायक बन गया |

प्रेस क्लब के मेहमान बने नगर विधायक ने बताया कि उनके परिवार में राजनीति के क्षेत्र से कोई नही है इसलिए सपोर्ट जीरो था राजनीति में आने के फैसले से माँ नाखुश थी तब विधायक शैलेश पांडेय ने उन्हें जैसे तैसे समझा कर कहा कि अब कुछ समय मुझे खुद के जीवन के लिए दे दो।इधर पत्नी के आत्मबल ने उन्हें आगे बढ़ाया |

आगे विधायक ने बताया कि राजनीति में आने के बाद संगठन में कुछ विशिष्ट लोगो के द्वारा लगातार किए गए अपमान का मलाल है मगर इन सब बातों से परे उन्हें विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री टी एस बाबा और विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत समेत पार्टी के केंद्रीय नेताओं का साथ मिला और कोटा की जगह बिलासपुर से टिकट मिली जिसके बाद शहर के साथी कांग्रेसी उनके लिए झूझ गए और परिणाम स्वरूप सरल सहज शैलेश पाण्डेय के लिए जनता ने चुनाव लड़ा और जीत जनता की ही हुई।

नगर विधायक ने प्रेस क्लब में पत्रकारों के सरल और उलझन भरे सवालों का जवाब बड़ी सरलता से दिया भगवान पर अटूट विश्वास रखने वाले हमर पहुना श्री पाण्डेय ने कहा कि जनता से पहले बहुत अत्याचार हुआ है जो अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा फिलहाल सिस्टम अभी जटिल है कसावट लाने में समय लगेगा, उन्हें भरोसा है कि जनता का पूरा साथ मिलेगा |

आगे विधायक कहते हैं कि इंसान की ईमानदारी में ताकत है काम सुचारू रूप से हो वही ठीक है वरना सरकारी तंत्र पर बैठे ऐसे लोगो पर अटैक करने से भी वह नही चुकेंगे विधायक की माने तो उनका काम है जनता के लिए लड़ना ना कि डरना बातचीत के दौरान नगर विधायक ने कुछ उपलब्धियां भी गिनाई जिसमे सरकारी स्कूल में इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई वाला आइडिया शामिल है।

विधायक शैलेश पाण्डेय ने पूरे 5 साल शहर के विकास को प्लानिंग में लगे हैं फिलहाल शुरुवाती तौर पर श्री पाण्डेय कौशल उन्नयन, उच्च और स्कूली शिक्षा पर जोर, रोजगार के लिए बड़े उद्योग और मुख्य रूप से कोचिंग संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता लाने का प्रयास कर रहे हैं आने वाले दिनों में विधायक कोचिंग संस्थानों की चेकिंग करने के मूड में है।

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