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अंतागढ़ टेपकांड मामला : हाईकोर्ट के शरण में जाएगी SIT….वॉइस सैंपल लेने की अनुमति लेने कोर्ट में लगाएगी आवेदन

अंतागढ़ टेपकांड में मामले में वॉइस सैंपल की अनुमति लेने के लिए एसआईटी हाईकोर्ट के शरण में जाने की तैयारी कर रही है | बताया जा रहा है कि एसआईटी अंतागढ़ टेपकांड मामले में बनाए गए आरोपियों द्वारा वॉइस सैंपल देने से मना किए जाने के बाद ये कदम उठा रही है |

बता दें कि अंतागढ़ टेपकांड मामले में कोर्ट द्वारा भेजी गए आदेश कॉपी की मांग करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी मंतूराम पवार और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता ने वॉइस सैंपल देने से मना कर दिया था, जिसके बाद एसआईटी कोर्ट में वॉइस सैंपल लेने के लिए हाईकोर्ट में आवेदन देने की तैयारी कर रहे है |

बता दें कि 2015 में एक राष्ट्रीय अखबार में अंतागढ़ चुनाव में हुई खरीद-फरोख्त का खुलासा करने वाला टेप का बातचीत का कुछ कुछ अंश प्रकशित किया था, जिसमें पूर्व सीएम अजित जोगी, उनके बेटे अमित जोगी और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता का बातचीत के अंश होने का दावा किया गया था। टेप में कथित तौर पर मंगतूराम को चुनाव में बिठाने के लिए 7 करोड़ के लेनदेन की बात थी। टेप सामने आने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने जांच की मांग कि थी पर उस समय इस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी |

ये था पूरा मामला
साल 2014 में अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा चुनाव जीता, इसलिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया । उनकी छोड़ी सीट के लिए 12 सितंबर 2014 को अंतागढ़ में उप-चुनाव हुआ। चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के अलावा 13 उम्मीदवार मैदान में थे । पर नाम वापसी की समय सीमा गुजरने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार मंगतूराम पवार ने चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी । मंगतूराम ने ऐसे समय मैदान छोड़ा, जब कांग्रेस दूसरा उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकती थी। इसलिए पार्टी ने एक निर्दलीय को समर्थन दिया । लेकिन भाजपा उम्मीदवार भोजराज नाग 50 हजार वोटों से जीत गए ।

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