IPS मुकेश गुप्ता के खिलाफ फोन टैपिंग मामले में विभागीय जांच शुरू, DGP डीएम अवस्थी के समक्ष 6 जून को पेश होने नोटिस जारी
प्रदेश के बहुचर्चित नान घोटाले मामले की फोन टैपिंग मामले में आरोपी निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है | बताया जा रहा है कि 6 जून को मुकेश गुप्ता को डीजीपी डीएम अवस्थी के समक्ष उपस्थिति होने के लिए नोटिस जारी किया गया है | इससे पहले मुकेश गुप्ता को पूछताछ के लिए 21 मई को ईओडबल्यू के समक्ष पेश होना था, मुकेश गुप्ता के जगह उनके वकील पहुंचे हुए थे, मुकेश गुप्ता के वकील ने ईओडबल्यू को बताया था कि उनके बेटी की अचानक तबियत ख़राब हो जाने के कारण वे फिर वापस दिल्ली चले गए | इसके बाद ईओडबल्यू ने 6 जून को उपस्थित होने को कहा है |
बता दें कि मुकेश गुप्ता पर फोन टैपिंग का गंभीर आरोप है। मुकेश गुप्ता और रजनेश सिंह पर वास्तविक साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए एसीबी और ईवोडब्लू के टीम ने कहा था कि आईपीएस मुकेश गुप्ता और एसपी रजनेश सिंह ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का सहारा लेकर दस्तावेज़ो में कूट रचना की गई है, इसके साथ ही पद का दुरूपयोग करते हुए लोक सेवा के हित में कार्य नहीं करते हुए किसी व्यक्ति को लाभ पहुंचने के लिए पद का दुरूपयोग किया गया है |
ये है मामला
12 फ़रवरी 2015 को ओडब्ल्यू और भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो की टीम ने नागरिक आपूर्ति निगम के कई अफसरों और कर्मचारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर सात करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त कर इस घोटाले का पर्दाफाश किया था। इसमें रमन सरकार के दो मंत्री का नाम सामने आया था, इसके साथ ही कई अधिकारियों के नाम भी इस घोटाला में शामिल होना बताया जा रहा है |