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CM भूपेश बघेल का “ड्रीम प्रोजेक्ट” अब धरातल में!….कलेक्टर रानू साहू के प्रयासों से नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी’ की परिकल्पना बालोद जिले में हो रही साकार, चरोटा गांव की ये तस्वीरें बयां कर रही है सफलता की कहानी

पशु अब गौठान में पहुंच रहे है, कलेक्टर रानू साहू के मार्गदर्शन पर बने गौठान में पशुओं के लिए चारा, पानी, छाया की व्यवस्था तथा चारों ओर फेंसिंग की गई है, इसके साथ ही नरवा कार्यक्रम के तहत साफ-सफाई तथा तटबंध निर्माण का कार्य कराया गया है, जिससे पशुओं को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो रही है |

बालोद जिले में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी का संरक्षण, संवर्धन कार्य अब मूर्त रूप ले रहा है। जिला मुख्यालय से लगभग पाॅच किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत उमरादाह के आश्रित ग्राम चरोटा के आदर्श गौठान में गौवंशीय पशुधन आकर्षित होकर प्रतिदिन पहुॅच रहे हैं। पशुधन यहाॅ गाॅव से निकलकर दरदोरा नाला के किनारे-किनारे होकर गौठान पहुॅचते हैं।

वही पेड़ के नीचे किसानों द्वारा स्वेच्छा से उपलब्ध कराए गए पैरा खाकर और स्वच्छ पानी पीकर गौठान में विचरण करते हुए घर चले जाते हैं।

कलेक्टर रानू साहू के मार्गदर्शन में ग्राम चरोटा में ढाई एकड़ के पुराने गौठान को ‘‘गरूवा‘‘ कार्यक्रम के तहत नए रूप में विकसित किया जा रहा है। यहाॅ बनाए गए गौठान में बड़ी संख्या में गाॅव के गौवंशीय पशु पहुॅच रहे हैं। गौठान में पशुओं के लिए चारा, पानी, छाया की व्यवस्था तथा चारों ओर फेंसिंग की गई है।

उद्यानिकी विभाग द्वारा बाड़ी विकास का कार्य किया जा रहा है। गौठान के किनारे बहने वाले दरदोरा नाला में ‘‘नरवा‘‘ कार्यक्रम के अंतर्गत साफ-सफाई तथा तटबंध निर्माण का कार्य कराया गया है।

ग्राम चरोटा के पशुओं को चराने वाला चरवाहा उदला यादव ने प्रसन्नतापूर्वक बताया कि आदर्श गौठान के बनने से सभी पशु प्रतिदिन गौठान में आते हैं। यहाॅ पैरा खाते हैं, स्वच्छ पानी पीते हैं और गौठान में विचरण करते हैं।

 

 

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