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जूनियर जोगी का कांग्रेस पर तीखा हमला, बोले – अब किसान के करजा नई होवे माफ, बिजली बिल नई होवे हाफ़…लोकसभा में कांग्रेस होगे साफ”

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रीमंडल पर जमकर हमला बोला है | अमित जोगी ने कहा कि आज का नतीजा कांग्रेस के लिए ’वेक-अप कॉल’ है, इससे ज़्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है कि मुख्यमंत्री समेत उनके मंत्रिमंडल के दिग्गज सदस्य स्वयं अपने गृह क्षेत्रों को नहीं बचा पाए। इसके साथ ही अमित जोगी ने कहा कि अगर जनता कांग्रेस जोगी चुनाव लड़ती तो प्रदेश से कांग्रेस का सूफड़ा साफ हो जाता |

आगे अमित जोगी ने कहा कि

* राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडीयन नैशनल कांग्रेस ने मज़बूत क्षेत्रीय पार्टियों का वोट काटकर और नरेन्द्र मोदी, अमित शाह के मुद्दों पर केंद्रित होकर चुनाव लड़कर, देश में “भाजपा की B-टीम” का काम किया है।

* इस शर्मनाक हार के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) पूरी तरह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विगत पाँच महीने के कार्यकाल और कार्यप्रणाली को दोषी मानती है: 9-2 नतीजे के बाद भूपेश जी को अब महानदी भवन से 9-2-11 हो जाना चाहिए।

* भूपेश बघेल के अपनी पार्टी की हार का टीकरा EVM पर फोड़ने के असफल और कायराना प्रयास की हम कड़ी निंदा करते हैं।

* प्रदेश की पब्लिक के मूड को प्रखरता से प्रतिबिंबित करने के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रेस को बधाई देती है।

* पाँच महीने में दो बातें प्रमाणित हुई है: पहले, नक़ल करने में भी अकल की ज़रूरत होती है। दूसरा, साम्प्रदायिकता को अब चुनौती केवल क्षेत्रियता दे सकती है। मतलब छत्तीसगढ़ में मोदी जी का जोगी जी ही मुक़ाबला कर सकते हैं।

* विगत पाँच महीने डॉक्टर रमन की राह पर श्री भूपेश बघेल और उनके सलाहकार-मण्डल ने चल कर प्रदेश में कांग्रेस की लुटिया डुबो दी। बदलाव की बात करने वाली भूपेश सरकार बदले की राह पर निकल पड़ी है और ऐसी सरकार को प्रदेशहित में बदलने का समय आ गया है।

* आज का नतीजा कांग्रेस के लिए ’वेक-अप कॉल’ है। अभी भी सरकार का चार साल से अधिक का कार्यकाल शेष है। ऐसे में ‘कोर्स करेक्शन’- ग़लतियों को सुधारने और राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन- की आवश्यकता है। इस पर कांग्रेस को गंभीरता से विचार करना चाहिए।

आगे अमित जोगी ने कहा कि आज के परिणाम ने भूपेश सरकार की पोल ज़रूर खोल दी है। मुख्यमंत्री का बार-बार ये कहना कि 2018 में अगर जोगी कांग्रेस नहीं लड़ती तो भाजपा को 3-4 सीट ही मिलती को लोकसभा के परिणाम ने पूरी तरह झुठला दिया है।
इस शर्मनाक हार के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) पूरी तरह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विगत पाँच महीने के कार्यकाल और कार्यप्रणाली को दोषी मानती है। वास्तव में ऐसे 9-2 नतीजे के बाद भूपेश जी को अब महानदी भवन से 9-2-11 हो जाना चाहिए।

इस संदर्भ में हम प्रदेश की जनता की भावना को इन पंक्तियों में अभिव्यक्त करना चाहेंगे:
“नरवा सुखागे, गरवा भूखागे,
घुरवा बेचागे, बारी बर्बाद होगे,
अब किसान के करजा नई होवे माफ
बिजली बिल नई होवे हाफ़
लोकसभा में कांग्रेस होगे साफ”

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नतीजे आने के पहले ही बिना किसी ठोस प्रमाण के ये कहना कि EVM में धाँधली हुई है से हम बिलकुल वास्ता नहीं रख सकते क्योंकि अगर धाँधली होती तो मात्र पाँच महीने पहले उसी EVM के द्वारा छत्तीसगढ़ की जनता उनकी पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश नहीं देती।

बदलाव की बात करने वाली भूपेश सरकार बदले की राह पर निकल पड़ी है और ऐसी सरकार को प्रदेशहित में बदलने का समय आ गया है। इसके साथ ही अमित जोगी ने कांग्रेस पर विधानसभा चुनाव के दौरान जनघोषणा-पत्र नक़ल करने का आरोप लगाया है |

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इन पाँच महीने में दो बातें तो प्रमाणित हो चुकी है: पहले, नक़ल करने में भी अकल की ज़रूरत होती है। दूसरा, साम्प्रदायिकता को अब चुनौती केवल क्षेत्रियता दे सकती है। मतलब छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी का मुकाबला अजित जोगी ही कर सकते है |

जिस दिन सरकार ने बस्तर में टाटा-विस्थापितों की ज़मीनें वापस करने का निर्णय लिया, उसी दिन सरकार ने हाथियों के लिए संरक्षित कोरबा-रायगढ़ स्थित हसदेव-अरण्य और लेमरू के जंगलों में 30 कोयला खदानों को स्वीकृति देकर, एक विशेष औद्योगिक घराने को लाभ पहुँचाने की दृष्टि से, वहाँ के लाखों वनवासियों को बेघर करने का फ़तवा भी जारी कर दिया है।

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