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DKS अस्पताल घोटाला मामले में पुलिस ने किया बड़ा खुलासा!…फोरेंसिक जांच में CA का हस्ताक्षर निकला फर्जी, इसी हस्ताक्षर के सहारे लिया था करोड़ों का लोन

डीकेएस अस्पताल करोड़ों घोटाला मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है | पुलिस ने डॉ पुनीत गुप्ता पर आरोप लगाया है कि डॉ पुनीत ने सीए के फर्जी हस्ताक्षर कराकर पंजाब नेशनल बैंक से 65 करोड़ का लोन लिया है | पुलिस ने फोरेंसिक जांच में सीए के हस्ताक्षर फर्जी पाया है |

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फोरेंसिक जांच में सीए के हस्ताक्षर फर्जी निकले हैं, पूर्व अधीक्षक डॉ. पुनीत गुप्ता ने फर्जी बैलेंसशीट पर फर्जी हस्ताक्षर कराकर लोन लिया था। बैलेंसशीट पर डॉ पुनीत गुप्ता के कोई दस्तखत नहीं है।

बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता पर डीकेएस अस्पताल में करोड़ों के फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है | पिछले दिनों इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने दिल्ली में पंजाब नेशनल बैंक के एजीएम सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार किया था |

सुनील अग्रवाल ने डॉ पुनीत गुप्ता को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डी.के.एस. अस्पताल के लिए 65 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत करने की बैंकिंग प्रक्रिया पूरी कराई थी, और सुनील अग्रवाल की अनुशंसा के उपरान्त ही पीएनबी ने लोन की रकम स्वीकृत की थी ।

पीएनबी मुख्य ब्रांच रायपुर के तत्कालीन एजीएम सुनील अग्रवाल पर आरोप है की डॉ पुनीत गुप्ता को लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी नियमों का दरकिनार करते हुए दर पुनीत गुप्ता को करोड़ों के लोन स्वीकृत किया गया था | बता दें कि 65 करोड़ की लोन की रकम के एवज में डीकेएस अस्पताल इन दिनों पीएनबी की बंधक प्रॉपर्टी है ।

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