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जज्बा का सराहनीय पहल…..थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान शिविर…..ब्लड डोनेट करने वालों की दी जाएगी हेलमेट गिफ्ट

शहर में ऐसे सैकड़ों बच्चे है, जो थैलेसीमिया जैसे गंभीर बीमारी से पीड़ित है, इनमें से कुछ बच्चों को 15 दिन बाद तो कुछ बच्चों को माह 2 माह में ब्लड की आवश्यकता होती है, और इनमें से अधिकत्तर बच्चे ऐसे परिवारों से है, जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, जिसके कारण हर महीने लगने वाली ब्लड और दवाई की पूर्ति कर पाना इन परिवारों के लिए मुश्किल होती है, थैलेसीमिया के खिलाफ इस जंग में ऐसे पीड़ित परिवार के साथ में मुश्किल वक्त में साथ दे रही है संजय मतलानी की टीम जज़्बा |

जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी पिछले कई सालों से रक्तदान शिविर आयोजित कर थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को ब्लड उपलब्ध करा रहे है, इसके साथ ही पीड़ित बच्चों को गोद लेकर उनके ब्लड दवाई से लेकर उनके ईलाज में लगने वाली पूरा खर्च जज्बा द्वारा की जा रही है |

जज्बा कोडिनेटर संजय मतलानी ने बताया कि बिलासपुर में दो सौ से ज्यादा थैलेसीमिया मेजर पीड़ित बच्चे है, इन बच्चों को हर महीने ब्लड लगती है, जिसकी आपूर्ति जज्बा द्वारा की जाती है |

संजय मतलानी ने बताया कि दो सौ से अधिक थैलेसीमिया पीड़ित बाचों में से गरीब परिवार के 16 बच्चों को जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा गोद ली गई है,  इन बच्चों को फ्री में ब्लड दिलाने के साथ ही दवाई, अस्पताल और डॉक्टर में लगने वाली सभी खर्च जज्बा द्वारा की जाती है |

जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी जरुरतमंदो को ब्लड दिलाने के साथ ही स्कूल, कॉलेजों और कोचिंग संस्थाओं में जाकर तो कही शहर के चौक चौराहों में नुक्कड़ सभा करके लोगों को थैलेसीमिया के प्रति जागरूक कर रहे है |

 

जज्बा द्वारा 12 मई रविवार की सुबह 10 से शाम 4 बजे तक सी.एम.डी चौक स्थित आई.एम.ए भवन में रक्तदान शिविर आयोजित की गई है, इस शिविर में ब्लड डोनेट करने वाले को हेलमेट गिफ्ट किया जायेगा |

बता दें कि देश में पांच करोड़ से ज्यादा लोग थैलेसीमिया जैसे गंभीर बीमारी से पीड़ित है, और जागरूकता की कमी से हर साल 10 से 12 हजार बच्चे थैलेसीमिया के साथ जन्म लेते है |

 

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